एक शिक्षिका ने एक विशेष प्रकार की गतिविधि से बच्चों पर ऐसा प्रभाव डाला है कि छोटे से गाँव के ज्यादातर मजदूर किसानों के बच्चे अपने बड़े बुजुर्गों के साथ सम्बन्धों का महत्त्व जान रहे हैं। ये बच्चे अपने मददगार व्यक्तियों के प्रति आभार जताने के नए तरीके सीख रहे हैं। साल में दो-तीन मौकों पर इस...
शैक्षिक दखल : अंक 9 जनवरी 2017

Description:
पढ़ने की आदत को आंदोलन बनाने की जरूरत : महेश पुनेठा । हर शिक्षक के ज्ञान की सीमा होती है किताब : शरद चंद्र बेहार । बच्चे किताब नहीं पढ़ते, क्योंकि माता-पिता किताबें नहीं पढ़ते : जार्डन सैपाइरो । पढ़ने की संस्कृति मतलब किताब से दोस्ती : कैलाश मण्डलोई । लिखने के लिए पढ़ना जरूरी है : लोकेश ठाकुर । पढ़ने की संस्कृति में सहायक है दीवार पत्रिका : डॉ. केवलानंद कांडपाल
शैक्षिक गुणवत्ता बनाम पढ़ने-लिखने की संस्कृति : रमेशचन्द्र जोशी । पुस्तकें: मेरी दोस्त, मेरा ईश्वर : प्रेमपाल शर्मा । किताबों को पढ़ने का भी पाठ्यक्रम बनाना होगा : राजेश उत्साही से साक्षात्कार । विदेशों में पढ़ने की संस्कृति : डॉ.जीवनसिंह । एक कतरा उजास : सोनी मणि पाण्डेय । पुस्तक संस्कृति विकसित करने की जरूरत है : राजीव जोशी । कहानी : कैद में किताबें : दिनेश कर्नाटक
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